काश तू नजर भर दिख जाए कहीं
आज यह दिल मुस्कुराने की जिद में है
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराबऔर एक तेरी आंखें हैं कि होश में आने नहीं देती
काश तू नजर भर दिख जाए कहीं
आज यह दिल मुस्कुराने की जिद में है ||
जिंदगी के सफर में बस इतना ही सीखा है,सहारा कोई कोई ही देता हैधक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है
सच्चाई थी पहले के लोगों की जूबनों में
सोने के थे दरवाजे मिट्टी के मकानों में ||
जिंदगी के सफर में बस इतना सबक सीखा है
सहारा कोई कोई ही देता है धक्का देने को हर
शख्स तैयार बैठा है ||
गहराइयां दिल की किसे पता है
जो डूबा सो लापता है ||