महफ़िल ए यारा को जब जब सजाया गया // मेरी शायरी // merishayari
महफ़िल ए यारा ग़जल merishayari महफ़िल ए यारा को जब जब सजाया गया मुझे बुलाया मगर इशारे से उठाया गया।। रोशनी की जरूरत जब जब पड़ी उन्हें मुझ गरीब का ही दिल जलाया गया।। जरा सी बात का बन जाए न अफसाना वक़्त ए तआरुफ़ मुझे अजनबी बताया गया।। क़त्ल उन्होंने … Read more